सर्दियों में रूखी त्वचा से राहत पाने के घरेलू नुस्ख़े.
सर्दी के मौसम में ठंड से बचने के लिए हम गर्म कपड़ों की मदद से ख़ुद को तो बचा लेते हैं, लेकिन अक्सर हम अपनी त्वचा की देखभाल ढंग से नहीं कर पाते, जिससे त्वचा का निखार कम होने लगता है. सर्द हवाएं त्वचा की नमी को पूरी तरह से छीन लेती हैं, जिससे त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है. इसलिए इन सर्दियों में अपनी त्वचा को ठंड की मार से बचाने के लिए अपनाएं ये आसान-से घरेलू नुस्ख़े.
1. चेहरे के त्वचा की देखभाल
गर्मियों के मुक़ाबले सर्दियों में आपकी त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने की ज़रूरत ज़्यादा होती है. इसलिए चेहरे को ख़ूब मॉइस्चराइज़ करें. सर्दियों में भी सनस्क्रीन लगाए बिना घर से ना निकलें. चेहरे की नमी को बनाए रखने के लिए आप ऐलोवेरा, कोकोनट, शिआ बटर और हर्बल ऑयल्स का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके साथ ही त्वचा को मुलायम बनाए रखने के लिए आप घर पर ही मॉइस्चराइज़िंग पैक तैयार कर सकती हैं. दो बडे़ चम्मच दूध में एक चम्मच बादाम का पाउडर मिलाकर उसका पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को दस मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें. उसके बाद अपने चेहरे को साफ़ पानी से धो लें. यह पैक हर रात को सोने से पहले लगाएं.
2. होंठों की देखभाल
शुष्क हवाओं का सबसे ज़्यादा असर महिलाओं के नर्म और मुलायम होंठों पर होता है. जिससे होंठ फटने लगते हैं और रूखे हो जाते हैं. अगर आप चाहती हैं, इन सर्दियों में भी आपके होंठों की नमी बरक़रार रहे तो अपने होंठों पर पेट्रोलियम जेली और विटामिन-ई युक्त लिप बाम का इस्तेमाल करें. होंठों के रूखेपन को कम करने के लिए रात को सोने से पहले नाभि में देसी घी लगा कर सोएं. होंठों की नमी को बनाए रखने में यह उपाय भी काफ़ी असरदार है. यदि आपके होंठ बहुत ज़्यादा फट रहे हों तो कुछ दिनों के लिए लिपस्टिक ना लगाएं. साथ ही सर्दियों में मैट लिपस्टिक लगाने के पहले और लिपस्टिक लगाने के बाद होंठों को मॉइस्चराइज़ करना न भूलें.
3. हाथों की देखभाल
हाथों की त्वचा हमारे शरीर की सबसे पतली त्वचा होती है. इसलिए हाथों की नमी को बरक़रार रखने के लिए विटामिन-ई युक्त क्रीम का इस्तेमाल करें. दिन में दो-चार बार हैंड क्रीम का इस्तेमाल करें. सर्दियों में सौम्य हैंडवॉश का प्रयोग करें. अगर ठंड ज़्यादा बढ़ रही हो तो दस्ताने पहन कर ही निकलें.
4. पैरों की देखभाल
सर्दियों में अपने पैरों को सुरक्षित रखने के लिए वॉटर बेस्ड मॉइस्चराइज़र के बजाय ऑयल बेस्ड मॉइस्चराइज़र लगाएं. ऑयल बेस्ड मॉस्चराइज़र पैर की त्वचा पर एक मज़बूत परत बनाता है, जो किसी भी साधारण क्रीम की तुलना में त्वचा की नमी को बनाए रखने में अधिक कारगर है. पैरों के साथ-साथ एड़ियों की देखभाल भी ज़रूरी है. एड़ियों को मुलायम और ख़ूबसूरत बनाने के लिए ऐसा लोशन लगाएं, जिसमें पेट्रोलियम जेली या ग्लिसरीन मौजूद हो. समय-समय पर पैरों को स्क्रब करना न भूलें.
5.आंखों की देखभाल
ठंड के मौसम में आंखों में कीचड़ जमता है साथ ही आंखों के आसपास की त्वचा सिकुड़ी नज़र आती है. इन समस्याओं से निजात पाने के लिए हर रात सोने से पहले साफ़ पानी से आंखों को धो लें और फिर कॉटन बॉल से हल्के हाथों से पोछें, इससे आपकी आंखों में कीचड़ नहीं जमेगा. आंखों के आसपास की त्वचा में कसावट के लिए कॉटन बॉल को शुद्ध
बादाम तेल में डुबोकर आइलिड्स पर पांच से दस मिनट तक रखें, उसके बाद एक उंगली से हल्के हाथों से मसाज करें. इससे ठंड में आपकी आंखें और ख़ूबसूरत हो जाएंगी.
बादाम तेल में डुबोकर आइलिड्स पर पांच से दस मिनट तक रखें, उसके बाद एक उंगली से हल्के हाथों से मसाज करें. इससे ठंड में आपकी आंखें और ख़ूबसूरत हो जाएंगी.
6.गर्म पानी से ना नहाएं
ठंड से बचने के लिए हम अक्सर गर्म पानी से नहाते हैं, लेकिन ज़्यादा गर्म पानी से नहाने से त्वचा की कोमलता छिन जाती है. इसलिए हो सके तो ठंडे पानी से या हल्के गुनगुने पानी से नहाएं, इससे त्वचा की नमी बरक़रार रहेगी. नहाने के तुरंत बाद नारियल तेल को शरीर पर लगाएं. या फिर इसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें नहाने के पानी में मिलाएं. इस तरह इन आसान टिप्स से आप कर सकती हैं ख़ुद की देखभाल और सर्दियों को बना सकती हैं ख़ुशहाल.
क्या आप जानती हैं विटामिन ई त्वचा और बाल संबंधी कई समस्याओं को हल करने में आपकी मदद कर सकता है? इसके हाइड्रेटिंग और ऐंटी-एजिंग गुण इसे त्वचा और बालों के लिए बहुत फ़ायदेमंद बनाते हैं. यदि इसे नियमित रूप से त्वचा और बालों पर लगाया जाए तो यह अच्छे नतीजे दे सकता है.
7.झुर्रियां: विटामिन ई ऑयल बढ़ती उम्र की गति को धीमा करने की क्षमता रखता है. यह झुर्रियों जैसे एजिंग के लक्षणों से लड़ने में मदद कर सकता है. यह क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को दुरुस्त करता है और त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज़ कर आपकी बढ़ती उम्र के संकेतों को हल्का करने में मदद करता है.
8. दाग़-धब्बे: विटामिन ई में ऐंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जिनसे त्वचा की अपनी नैसर्गिक हीलिंग प्रोसेस को गति मिलती है. विटामिन ई के कैप्स्यूल को बीच से काट लें और इन्हें सीधे दाग़ पर लगाएं. विटामिन ई, कोलेजेन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है और दाग़-धब्बों को तेज़ी से हल्का करता है.
9. हाइपरपिग्मेंटेशनः त्वचा के कुछ हिस्सों में मेलेनिन के ज़रूरत से ज़्यादा जमाव का नतीजा हाइपरपिग्मेंटेशन या असमान रंगत के रूप में दिखाई देता है. विटामिन ई कैप्स्यूल खाएं या फिर इसे सीधे त्वचा पर लगाएं, दोनों ही असमान रंगत की समस्या को दूर करने में कारगर हैं. हाइपरपिग्मेंटेशन से निजात पाने के लिए आप अपनी डर्मैटोलॉजिस्ट की सलाह पर विटामिन ई कैप्स्यूल्स का सेवन कर सकती हैं.
10.रूखे हाथः यदि आप अपने हाथों की रूखी त्वचा से परेशान हैं तो यह पोषक तेल आपकी मदद कर सकता है. कैप्स्यूल को बीचोंबीच काट कर खोल लें और उसमें से निकले तेल को सीधे अपने हाथों पर लगाकर त्वचा को मॉइस्चराइज़ करें.
11. फटे होंठः विटामिन ई ऑयल युक्त लिप बाम का इस्तेमाल करें. यदि आपके होंठों का रंग गहरा है तो विटामिन ई ऑयल से होंठों पर नियमित रूप से मसाज करें, इससे आपको होंठ मुलायम और बेदाग़ बन जाएंगे.
12. सूरज की हानिकारक किरणों से पहुंची क्षतिः जैसा कि हमने शुरू में ही बताया था कि विटामिन ई त्वचा में कोलेजेन के प्रोडक्शन को गति देकर कोशिकाओं को जल्दी दुरुस्त होने और नई सेहतमंद कोशिकाओं का निर्माण करने में मदद करता है. सूरज की हानिकारक किरणों द्वारा त्वचा को हुए नुक़सान को ठीक करने में यह बहुत कारगर है. सनस्क्रीन लगाने से पहले त्वचा पर विटामिन ई ऑयल लगाएं या फिर ऐसा सनस्क्रीन चुनें, जिसमें विटामिन ई हो.
13. बालों का झड़नाः रोज़मर्रा की भागदौड़ में हम बालों का ठीक से ख़्याल नहीं रख पाते. इसके अलावा प्रदूषण भी हमारे बालों को बहुत नुक़सान पहुंचाते हैं. जिससे बाल झड़ने लगते हैं. नारियल तेल में समान मात्रा में विटामिन ई ऑयल मिलाकर सप्ताह में दो बार अपने स्कैल्प पर लगाकर उंगलियों से मसाज करें.
14. स्कैल्प का रूखापन और डैंड्रफ़ः विटामिन ई स्कैल्प को आवश्यक पोषण दे सकता है और स्कैल्प के रूखेपन और डैंड्रफ़ जैसी कई अन्य समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है. यह तेल त्वचा को गहराई से नमी प्रदान करता है और लंबे समय तक स्कैल्प को हाइड्रेटेड रखता है.